सुभाष
पार्क को आजाद कर कार्यवाही करो : विहिप
नई दिल्ली जुलाई १८, २०१२. दिल्ली के लाल किले के सामने स्थित सुभाष पार्क को स्थानीय विधायक की शाह पर मुस्लिम समुदाय द्वारा घेर कर मस्जिद बनाए जाने का विश्व हिन्दू परिषद् ने तीव्र विरोध करते हुए इसे तुरंत आजाद कराए जाने की मांग की है. विहिप दिल्ली के महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने आज दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के नाम भेजे ज्ञापन में कहा है की दिल्ली के जंगपुरा में डीडीए की भूमि पर तथा बी. के दत्त कालोनी में पुरातत्व विभाग की भूमि पर किये गये कब्जे और उसमें आपकी मौन संस्तुति के कारण ही इन अराजक तत्वों के हौसले बुलंद हुए और अब सुभाष पार्क को भी घेर लिया। इसे अविलम्ब आजाद कर अराजक तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही नहीं की गई तो इसके देश व्यापी गंभीर परिणाम होंगे.
नई दिल्ली जुलाई १८, २०१२. दिल्ली के लाल किले के सामने स्थित सुभाष पार्क को स्थानीय विधायक की शाह पर मुस्लिम समुदाय द्वारा घेर कर मस्जिद बनाए जाने का विश्व हिन्दू परिषद् ने तीव्र विरोध करते हुए इसे तुरंत आजाद कराए जाने की मांग की है. विहिप दिल्ली के महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने आज दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के नाम भेजे ज्ञापन में कहा है की दिल्ली के जंगपुरा में डीडीए की भूमि पर तथा बी. के दत्त कालोनी में पुरातत्व विभाग की भूमि पर किये गये कब्जे और उसमें आपकी मौन संस्तुति के कारण ही इन अराजक तत्वों के हौसले बुलंद हुए और अब सुभाष पार्क को भी घेर लिया। इसे अविलम्ब आजाद कर अराजक तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही नहीं की गई तो इसके देश व्यापी गंभीर परिणाम होंगे.
ज्ञापन की प्रति मीडिया को जारी करते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया
प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया क़ि गत एक
सप्ताह से हम सुभाष पार्क की घटना को देख रहे थे
क़ि किस प्रकार दिल्ली के मूक शासक व् सैक्युलारवादी राजनेता जनता की गाडी कमाई को अराजक तत्वों के हाथों लुटा रहे हैं. आज
हमने जो ज्ञापन भेजा
है उसकी प्रति भारत की राष्ट्रपति, प्रधान
मंत्री, दिल्ली के उप राज्यपाल, पुलिस आयुक्त, पुरातत्व
विभाग, मेट्रो प्रमुख, पुलिस
आयुक्त (केंद्र) व् थाना अध्यक्ष को भी भेजी है.
पत्र में विहिप ने कहा है क़ि स्थानीय विधायक के द्वारा यह कहा जाना कि सुभाष पार्क के नीचे मेट्रो द्वारा की गयी खुदायी में ’मस्जिद’ मिली है इसलिए सुभाष पार्क को घेर कर हम मस्जिद बनाएंगे, विधायिका द्वारा बनाये कानून का विधायक की शह पर खुल्लमखुल्ला उल्लंघन और सरकार को चुनौती है। यदि पुरातत्व विभाग मस्जिद के होने का प्रमाण पत्र दे भी दे तो भी यह स्थान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अन्तर्निहित ही रहेगा जिसमें हस्ताक्षेप करने का अधिकार किसी भी संस्था या समुदाय को नहीं है। विहिप ने यह भी लिखा है क़ि दिल्ली 7 बार उजड़ी और 7 बार ही बनी। यदि दिल्ली के अन्य हिस्सों की खुदाई की जाये तो अनेक हिन्दू मंदिरों के अवशेष और उनके सांस्कृतिक मूल्यों के चिन्ह मिल जायेंगे। किन्तु क्या उस प्रत्येक स्थान को तोड़ करके वहां मंदिर बनाये जायेंगे। राष्ट्रीय गौरव की प्रतीक कुतुब मीनार के पास बने एक मस्जिदनुमा भवन के द्वार पर लगा शिला लेख तो स्पष्ट रूप से कह रहा है कि इस मस्जिद को 27 हिन्दू व जैन मंदिरों को तोड़कर बनाया गया। विहिप ने पूछा है क़ि क्या मुख्य मंत्री इस मस्जिदनुमा भवन के स्थान पर मंदिरों को पुर्नजीवित करा हिन्दू समाज को दिला पाएंगी?
पत्र में विहिप ने कहा है क़ि स्थानीय विधायक के द्वारा यह कहा जाना कि सुभाष पार्क के नीचे मेट्रो द्वारा की गयी खुदायी में ’मस्जिद’ मिली है इसलिए सुभाष पार्क को घेर कर हम मस्जिद बनाएंगे, विधायिका द्वारा बनाये कानून का विधायक की शह पर खुल्लमखुल्ला उल्लंघन और सरकार को चुनौती है। यदि पुरातत्व विभाग मस्जिद के होने का प्रमाण पत्र दे भी दे तो भी यह स्थान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अन्तर्निहित ही रहेगा जिसमें हस्ताक्षेप करने का अधिकार किसी भी संस्था या समुदाय को नहीं है। विहिप ने यह भी लिखा है क़ि दिल्ली 7 बार उजड़ी और 7 बार ही बनी। यदि दिल्ली के अन्य हिस्सों की खुदाई की जाये तो अनेक हिन्दू मंदिरों के अवशेष और उनके सांस्कृतिक मूल्यों के चिन्ह मिल जायेंगे। किन्तु क्या उस प्रत्येक स्थान को तोड़ करके वहां मंदिर बनाये जायेंगे। राष्ट्रीय गौरव की प्रतीक कुतुब मीनार के पास बने एक मस्जिदनुमा भवन के द्वार पर लगा शिला लेख तो स्पष्ट रूप से कह रहा है कि इस मस्जिद को 27 हिन्दू व जैन मंदिरों को तोड़कर बनाया गया। विहिप ने पूछा है क़ि क्या मुख्य मंत्री इस मस्जिदनुमा भवन के स्थान पर मंदिरों को पुर्नजीवित करा हिन्दू समाज को दिला पाएंगी?
विहिप
ने आगे लिखा है क़ि दिल्ली के पुरातत्व विभाग ने अपने पुरातात्विक महत्व के अनेक स्थानों नमाज पढ़े जाने की शिकायत दिल्ली
सरकार व् पुलिस के अनेक सम्बन्धित अधिकारियों से की किन्तु किसी भी स्थान को अभी तक इन अराजक तत्वों से मुक्त नही कराया जा सका है। जबकि हमारे अनेक हिन्दू धार्मिक
स्थलों को अकारण ही छोटे मोटे कानूनों का हवाला
देकर तोड़ा जाता रहा है। जो एक धर्म निरपेक्ष
सरकार व देश के लिए कलंक है।
विहिप
का आरोप है क़ि जंगपुरा में डीडीए की भूमि
पर तथा बी. के दत्त कालोनी में पुरातत्व
विभाग की भूमि पर किये गये कब्जे और उसमें दिल्ली
सरकार की मौन संस्तुति के कारण ही इन अराजक तत्वों के हौसले
बुलंद हुए। मीडिया में आज आई खबरों का
हवाला देते हुए विहिप ने कहा है क़ि सरकार ने करबला में पुलिस पर हुए हमलों के सम्बन्ध में दिल्ली वक्फ बोर्ड और अंजुमन ए हैदरी के
विरुद्ध दर्ज मुकदमों को बापस लेने के लिए भी कार्यवाही
की है, जिसमें जनता के साथ अनेक पुलिस कर्मी घायल हुए
थे। इसके अतिरिक्त इमाम बुखारी को पकड़ने के लिए साकेत न्यायालय
ने तीन बार गैर जमानती वारंट जारी किए किन्तु
पुलिस उसे अभी तक पकड़ नहीं सकी। विहिप महा मंत्री
ने स्वयं १२/०७/१२ की रात १.5३ बजे १०० नम्बर
पर फोन कर सुभाष
पार्क पर अतिक्रमण के खिलाफ
शिकायत की थी तथा कल १७/०७/१२ को रात १०.40 बजे
फिर शिकायत दर्ज कराई किन्तु अभी भी वहां निर्माण कार्य अनवरत जारी है। विहिप ने पूछा है क़ि आखिर कौनसी
ताकतें हैं जो अपनी बहादुरी और कर्तव्य परायणता के लिए
विख्यात दिल्ली पुलिस को काम करने से रोक रही हैं?
विहिप
ने सरकार सरकार को चेताया है क़ि राजधानी में अराजक तत्वों
के बढ़ते हुए प्रभाव को नियन्त्रण में रखते हुए
सुभाष पार्क को इनके चंगुल से आजाद कराया जाये तथा
जिन लोगों ने इस षडयंत्र को रचा और इसमें शामिल है उनके खिलाफ कड़ी कानूनी
कार्यवाही की जाये। जिससे आगे कभी भी कोई
सरकारी जमीन पर इस प्रकार कब्जा व् अराजकता को बढाने की हिम्मत
न कर सके। यदि अविलम्ब कार्यवाही नहीं की गयी तो दिल्ली देश की राजधानी होने के कारण इसके देशव्यापी दुष्परिणाम हो सकते हैं।
भवदीय
विनोद बंसल, मीडिया प्रमुख - इंद्र्प्रस्थ विश्व हिंदू
परिषद, दिल्ली मो-9810949109
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