यमुना एक्सप्रेस वे पर भी टोल वसूली बंद हो – मौलिक भारत
आज दिनांक 2 अप्रैल 2015 को मौलिक भारत के नोयडा स्थित जिला कार्यालय पर उ.प्र. की कार्यसमिति की आपातकालीन बैठक में यमुना एक्सप्रेस वे पर जे.पी. ग्रुप द्वारा इस टोल दरें बढ़ाने का विरोध किया गया तथा इसे वापस लेने की माँग की गई। संस्था के उपाध्यक्ष व उ.प्र. के प्रभारी के. विकास गुप्ता एवं राष्ट्रीय महासचिव अनुज अग्रवाल ने सदस्यों को विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे बनाने वाली कम्पनी समूह जे.पी. ग्रुप को एक्सप्रेस वे बनाने के एवज में पचास हजार करोड़ से भी अधिक की भूमि मुफ्त दी गयी थी और सीएजी की रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि की गयी थी। सीएजी की आपत्तियों के बावजूद लगातार यह समूह अवैध रूप से इस मार्ग को इस्तेमाल करने वाले वाहनों से धन को उगाही कर रहा है और दुःखद है कि शासन व प्रशासन इस उगाही पर मौन है। न ही इसे रोक रहा है और न ही इसकी जाँच करा रहा है।
संस्था ने प्रस्ताव पारित किया कि डी.एन.डी टोल ब्रिज पर टोल वसुली बंद कराने के बाद यमुना एक्सप्रेस को भी टोलमुक्त कराने का सघन अभियान छेड़ा जायेगा। संस्था ने नोयडा की विधायक श्रीमती विमला बाथम द्वारा यादव सिंह घोटाले व डीएनडी टोल ब्रिज की लूट पर विरोध जताने व सक्रिय होने का स्वागत किया और कहा कि श्रीमती बाथम को अगर आवश्यक है तो सभी प्रकार से सहयोग एवं दस्तावेज दिए जायेंगे। कै. विकास गुप्ता ने स्पष्ट किया कि शीघ्र ही यादव सिंह घोटाले व डीएनडी टोल लूट पर बड़े खुलासे किये जायेंगे व आरोप पत्र जारी किया जायेगा जिससे इन घोटालों में शामिल अनेक सफेदपोश चेहरे बेनकाब हो जायेंगे। संस्था ने इस अवसर पर कहा कि अभियान से जनता को जोड़ने के लिए अनेक उपायों की घोषणा शीघ्र की जायेगी जिनके माध्यम से पूरे क्षेत्र में जन जाग्रति कर अप्रैल माह के अंत तक बड़ा अभियान व आंदोलन खड़ा किया जा सकेगा।
भवदीय
अनुज अग्रवाल
महासचिव
मौलिक भारत ट्रस्ट
09811424443
10, 35, 238 Crime against women calls recorded in last 2 years in Delhi
Centre for Social Research filed an RTI to seek information on the calls received on women help lines. Here is what happened next.
2nd April 2015, New Delhi: Intended to analyse the situation of women in Delhi, Centre for Social Research filed an RTI to know the number of calls received on the following help lines to report crimes against women in India and specifically in Delhi.
– 100
– 1091
– 181
The data that has been received as a response to the RTI within a span of 37 days highlights gruesome statistics of the increasing rate of crimes against women in Delhi. The chart reflects a total of 10, 35, 238 crimes reported under 34 categories like dowry deaths, acid attacks, murder, sexual assault etc on 181. The response even registers the calls that were made by men in distress, dealing with human rights issues like labour, debit or dangerous attacks on them.
Though the RTI travelled across departments in the Ministry of Women and Child Development, Delhi Secretariat and the Police Authority, the response to the application is a detailed one. The shameful numbers reflect the kind of atrocities that women are facing in the society today and despite of numerous initiatives, policies and laws the situation is heart wrenching.
As a move forward, Centre for Social Research plans to initiate a discussion with the concerned authorities and seek their response on the appalling data. The organisation has shared the detailed of the RTI on their blog.
For a deep insight of the RTI response, do read the blog on Gender Matters
Media Contact Details:
Amitabh Kumar
Centre for Social Research
Head, Media & Communications
+91 9873620162
amikumar@csrindia.org
Amitabh Kumar
Centre for Social Research
Head, Media & Communications
+91 9873620162
amikumar@csrindia.org
| |||||||||||||||||||||||||||||||||||
|
| ||
|
- Get link
- X
- Other Apps
Comments
Post a Comment